जाने किस तरह अनार की खेती करके लाखों का मुनाफा कर सकते हैं

जाने किस तरह अनार की खेती करके लाखों मुनाफा कर सकते हैं 

हमारे उत्तराखंड के किसान अगर अनार की खेती करना चाहे तो इससे उन्हें काफी आमदनी भी हो सकता है और सबसे बड़ी बात तो उन्हें ज्यादा समय भी नहीं लगेगा और इसके लिए ज्यादा मेहनत भी नहीं करनी पड़ेगी  और कम समय में वह अनार की खेती करके लाखों मुनाफा कमा सकते हैं।

अनार की खेती करने के लिए उपयुक्त जलवायु और मिट्टी

orange fruit on green tree,अनार की खेती

अनार के खेती करने के लिए किसान को  अगस्त या फरवरी-मार्च में अपने खेतों में अनार का पौधा लगा सकते हैं  यह समय पौधे लगाने का बहुत अच्छा होता है।जैसा की हम सभी जानते है अनार  की खेती किसी प्रकार की मिट्टी में की जा सकती है इसके लिए किसान को सोचने की जरूरत नहीं पड़ेगी किसान आसानी से किसी भी मिट्टी में अनार की खेती बेफिक्र होकर कर सकते हैं। अगर किसान अनार के पौधे पर थोड़ा मेहनत करते हैं तो पौधा  लगभग 3 से 4 साल बाद पेड़ फल देने लगता है।अगर किसान अनार की खेती में एक बार पैसे लगा देते हैं तो उन्हें 1 साल तक अनार की खेती से अच्छा लाभ मीलता है और पैसो की अच्छी आमदनी भी होती है। 

चलिए जानते हैं अनार के बीजों की किस्मों के बारे में

जैसा कि हम सभी जानते हैं अगर किसान किसी भी चीज का खेती करते है तो सबसे पहले वह  तीन से चार तरह का बीज का चयन करता है इसी तरह अगर किसान अनार का खेती करते हैं तो अनार के बीज का चयन करते हैं जिससे की अच्छी उपज हो सके और उसे अच्छी कमाई भी हो सके।

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अनार के पौधे के रोपणे  का समय सही समय

अगर किसान अनार की खेती कर रहे हैं तो पौधा रोपण से लगभग 1 महीना पहले गड्ढे खोदे गड्ढे होते समय हमेशा यह ध्यान रखें  गड्ढे लगभग 60 सेमी लंबे, 60 सेमी चौड़े और 60 सेमी गहरे होने चाहिए। और उस गढ्ढे की सामान्यतः दूरी 4 से 5 मीटर की होनी चाहिए। उसके बाद उस गड्ढे को कम से कम 15 दिनों तक खुला छोड़ देना चाहिए। उसके बाद उस गड्ढे में कम से कम  20 किग्रा गोबर की खाद, 1 किग्रा सिंगल सुपर फॉस्फ़ेट, 0.50 ग्राम क्लोरो पायरीफास का चूर्ण तैयार कर इन सभी को गड्‌ढों की सतह से 15 सेमी. ऊंचाई तक भरना चाहिए।

अनार के पौधों की सिंचाई

हम सभी जानते हैं कि अनार एक सूखी फसल है इसीलिए अनार के पौधे में कम से कम 5 से 7 दिनों के बीच में सिंचाई करना चाहिए जिससे कि अनार के फल बहुत अच्छे लगेंगे।इसके साथ ही सर्दी के मौसम में कम से कम अनार के पौधे में 12 दिनों के बाद सिंचाई करना चाहिए।सिंचाई करते वक्त हमेशा यह ध्यान रखना चाहिए कि जितना हो सके हम अनार के पौधे की सिंचाई बूंदा बूंदी करके करें  जिसे हमारा पौधा अच्छा हो और फल भी अच्छे से लगे।

अनार के पौधों को रोगों से कैसे  बचाएं

round red fruit,अनार की खेती

किसान जब भी अनार के पौधे अपने खेतों में लगाते हैं  तो अनार के पौधों में कीड़े लगने लगते हैं और कीड़े लगने के बाद अनार के पौधे  सङने लगते हैं। पौधे को सड़ने से बचाने के लिए किसान को कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव करना चाहिए जिससे पौधे बिल्कुल ही ना  सङे इसके साथ-साथ पौधे के हमेशा साफ सफाई भी करना चाहिए।

अनार के फलों का तोङाई कब करना चाहिए 

किसानों को अनार की खेती करने के बाद पेड़ से फल तभी तोड़ना चाहिए, जब फल पूरे तरीके से पक जाएं आपको बता दें कि लगभग 120 से 130 दिनों बाद अनार का फल तैयार हो जाता है उसके बाद किसान को फल तोड़ना चाहिए।

जाने एक पेड़ में कितने फल लगते हैं

अगर किसान अनार के  पौधों की अच्छी देखभाल करता है तो  उन्हें एक पेड़ से कम से कम 70 से 80 केजी अनार प्राप्त हो सकते हैं। अगर किसान अनार के पौधे लगाते समय इस बात का ध्यान रखें कि पौधे जब भी लगाए तो उसकी बीच की दूरी कम होनी चाहिए जिससे कि पौधे लगाने से प्रति हेक्टेयर कम से कम  4800 क्विंटल तक फल मिल सकें। अगर किसान इस तरह से पौधे लगाते हैं तो उन्हें पौधे से फल भी अच्छा मिलेगा और वो उस फल को बाजार में सेल करके कम से कम 1 साल में 8 से 10 लाख रुपए सालाना कमा सकते हैं। इस तरह उत्तराखंड के किसानों के लिए कम लागत में ज्यादा मुनाफा कम समय में करने का  ये सबसे आसान तरीका है।

red apple fruit on green leaves during daytime,अनार की खेती

किसान अनार के  फलों का व्यापार करने के साथ-साथ अगर वो चाहे तो दुकान खोल कर  अनार का जूस बना कर भी बेच सकते हैं इससे भी वो कम लागत में अच्छा इनकम कर सकते हैं। क्योंकि इस मौसम में लोगों को अनार का जूस बहुत ज्यादा पसंद होता है और अनार का जूस सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। हम सभी जानते है अनार एक ऐसा फल है, जो  हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद अनार में बहुत सारे पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो कि हमारे शरीर के लिए काफी लाभदायक होते हैं अनार का दाना खाने और अनार का जूस पीने से लोगों के शरीर को काफी मात्रा में फाइबर, विटामिन्स, फोलिक एसिड, पोटैशियम मिलता है। डॉक्टर भी लोगों को अनार खाने के लिए बोलते हैं तो अगर किसान अनार का व्यापार करते हैं तो किसान को  अच्छा आमदनी हो सकती है। 


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