उत्तराखंड की प्रसिद्ध झीलें: नैनी झील से लेकर रूपकुंड तक

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून है उत्तराखंड को देवों की भूमि से जाना जाता है यहां पर हर उम्र के लोग घूमने के लिए जा सकते हैं

 

उत्तराखंड भारत का एक बहुत ही खूबसूरत राज्य है।उत्तराखंड की राजधानी देहरादून है उत्तराखंड को देवों की भूमि से जाना जाता है यहां पर हर उम्र के लोग घूमने के लिए जा सकते हैं अधिकतर लोग यहां चारों धाम करने के लिए जाते हैं उत्तराखंड में आप अपने परिवार के साथ घूमने के लिए जा सकते हैं यहां पर आपको हिमालय की खूबसूरती संस्कृति सभ्यता सब कुछ देखने को मिल सकती है। उत्तराखंड भारत के कई खूबसूरत और मनमोहन प्रकृति जिलों का घर है पूरे उत्तराखंड में क्रिस्टल साफ पानी की छोटी और बड़ी दोनों तरह की झिल। हैं इन झीलों में आप वोटिंग का आनंद भी ले सकते हैं।

नैनी झील

नैनी झील नैनीताल के सबसे आकर्षक और प्रसिद्ध झिलो में से एक माना जाता है। यह झील नैनीताल शहर के बीच में स्थित है। आपको बता दे की यह उत्तराखंड राज्य पर्वतीय पर्यटन के लिए एक मशहूर स्थान है इसके चारों तरफ ऊंचे ऊंचे पहाड़ी पहाड़ी है। जिससे यह अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। नैना झील में वोटिंग भी है। बोट राइट के दौरान आप चारों तरफ घिरी हुई पर्वतों का दृश्य भी देख सकते हैं। इसके आसपास आप घने दरियाई जंगल और प्रकृति वातावरण का अनुभव करते हैं ही झील के पूर्वी किनारे पर नैनी पीक है। जिसे झील का आकार अधिक दिखता है।

भीमताल

भीमताल झील नैना झील से लगभग 24 किलोमीटर की दूरी पर रंग-बिरंगे वनस्पति से घिरा हुआ है। महाभारत के भीम के नाम पर, भीमताल झील उत्तराखंड में एक लोकप्रिय गंतव्य है। हरी-भरी हरियाली से घिरी भीमताल झील और आसपास का क्षेत्र एक बहुत अच्छा पक्षी देखने का स्थान है।

रूपकुंड

चमोली जिले में स्थित रूपकुंड झील रहस्य में डूबी हुई है। रूपकुंड भारत में सबसे प्रसिद्ध ट्रेकिंग मार्गों में से एक है। रूपकुंड एक काफी उथली झील है जो वर्ष के अधिकांश भाग के लिए जमी रहती है। इस झील के बारे में कई अनसूनी बातें भी कही जाती हैं।

डोडीताल झील

डोडीताल झील मीठे पानी का यह झील उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र के उत्तरकाशी जिला में है। हिंदू पैराणिक कथाओं के अनुसार डोडी ताल भगवान गणेश का जन्म स्थान है इसी झील के कोने में भगवान गणेश की एक मूर्ति भी स्थापित है

हेमकुंड झील

हेमकुंड झील भारत की सबसे पवित्र झीलों में से एक है। हेमकुंड साहिब तीर्थ के बगल में स्थित होने के कारण यह सिखों का तीर्थ स्थान है। यह हिमनद झील, जिसे हम लोग हिम झील के नाम से जानते हैं यह झील चमोली जिले में स्थित है।

सरिता ताल

सरिता ताल नैनीताल में स्थित एक बहुत ही खूबसूरत झील है यह झील नैनीताल से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर है। जैसा कि हम सभी जानते हैं नैनीताल घाटी में पर्वतीय पर्यटन के लिए एक प्रतीक स्थान है जो सरिता ताल को विशेष बनता है। जो प्रकृति सौंदर्य ,चिड़ियों का आवास और शांतिपूर्ण वातावरण सरिता ताल में वोटिंग का विकल्प उपलब्ध है। जिससे आप सहायता ताल झील के सुरम्य जल पर घूम सकते हैं और नैनीताल के प्रकृति सौंदर्य का आनंद भी ले सकते हैं।

खुर्पाताल झील

खुर्पाताल झील यह झील नैनीताल शहर से लगभग 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। ऊंचे ऊंचे क्या और देवदार के पैरों से भारी पहाड़ियों से गिरी और साफ पानी से भरपूर उत्तराखंड की यह झील देखने लायक होता है । इस जगह पर बहुत कम भीड़ होती है इसीलिए इस जगह पर आप शांतिपूर्ण वातावरण में कुछ समय प्रकृति के बीच आनंद ले सकते हैं।

बिसुरीताल झील

बिसुरीताल रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है। यह उत्तराखंड की कम ज्ञात झीलों में से एक है। अल्पाइन घास के मैदानों और बर्फ से ढके पहाड़ों से घिरी यह झील 4100 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यहां पर पूरे समय मौसम बहुत सुहावना रहता है और बर्फबारी की भी काफी संभावना रहती है। इसके साथ ही यहां पर आपको हिमालयी वन्यजीवों की कुछ लुप्तप्राय प्रजातियों की भी झलक देखने को मिल सकती है। यहां आने का सबसे अच्छा समय मार्च से दिसंबर का है।

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