नैनीताल में घूमने लायक 10 जगहें
नैनीताल को इंग्लैंड के डिस्ट्रिक्ट की तर्ज इंग्लिश मैन जेम्स रिवर्स ने 1841 ईस्वी में स्थापना किया था।

नैनीताल उत्तराखंड राज्य में है।यह एक प्रमुख पर्वतीय पर्यटन स्थल है।जहां पर सालों भर लोग घूमने के लिए जाते हैं। नैनीताल को इंग्लैंड के डिस्ट्रिक्ट की तर्ज इंग्लिश मैन जेम्स रिवर्स ने 1841 ईस्वी में स्थापना किया था। यह शांतिपूर्ण और सुंदर वातावरण के साथ अपनी खूबसूरती के लिए प्रसिद्ध है।
नैना झील
नैना झील यह नैनीताल की सबसे प्रमुख और प्रसिद्ध आकर्षणों में एक है। यह झील नैनीताल शहर के बीच में स्थित है जैसा कि हम सभी जानते हैं उत्तराखंड राज्य पर्वतीय पर्यटन के लिए एक मशहूर स्थान है इसके चारों तरफ ऊंचे ऊंचे पहाड़ी पहाड़ी है। जिससे यह अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। नैना झील में वोटिंग भी है। बोट राइट के दौरान आप चारों तरफ घिरी हुई पर्वतों का दृश्य भी देख सकते हैं। इसके आसपास आप घने दरियाई जंगल और प्रकृति वातावरण का अनुभव करते हैं ही झील के पूर्वी किनारे पर नैनी पीक है। जिसे झील का आकार अधिक दिखता है।
नैना देवी मंदिर
नैना देवी मंदिर को नैनीताल की रानी भी कहा जाता है यह मंदिर नैनीताल में स्थित है। यह मंदिर नैनीताल के प्रमुख स्थलों में से एक माना जाता है यह मंदिर वहां के स्थानीय लोगों के बीच बड़ी श्रद्धा और भक्ति का केंद्र बना हुआ है इस मंदिर का निर्माण 15वीं शताब्दी में हुआ था इस मंदिर को नैनी झील के किनारे एक ऊंची पहाड़ी पर स्थापित कर दिया गया है जिससे यहां से पर्वतीय क्षेत्र का अद्भुत नजारा देखा जा सकता है। नैना देवी मंदिर के पास ही पांडव गुफा है।
हनुमानगढ़ी
हनुमानगढ़ी जो एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है यह नैनीताल में स्थित है। हनुमानगढ़ी नैनीताल से लगभग 3 किलोमीटर की दूरी पर एक पर्वतीय शिखर पर स्थित है। हनुमानगढ़ी नैनीताल के प्रमुख पर्वतीय पर्यटन स्थलों में से एक और यहां पर्वतीय क्षेत्र का आनंद लेने का एक अच्छा मौका भी लोगों को मिलता है। जानकारी के लिए आपको बता दे की हनुमानगढ़ी में हनुमान जी का एक प्राचीन मंदिर स्थापित है यह मंदिर हनुमान जी को समर्पित है और यहां पर्यटक भक्ति और श्रद्धा से आकर्षित होते हैं।
सरिता ताल
सरिता बहुत ही खूबसूरत झील है जो नैनीताल में स्थित है। यह झील नैनीताल शहर से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। नैनीताल घाटी में पर्वतीय पर्यटन के लिए या एक प्रसिद्ध स्थान है। सरिता ताल को विशेष बनता है। जो प्रकृति सौंदर्य ,चिड़ियों का आवास और शांतिपूर्ण वातावरण सरिता ताल में वोटिंग का विकल्प उपलब्ध है। जिससे आप सहायता ताल झील के सुरम्य जल पर घूम सकते हैं और नैनीताल के प्रकृति सौंदर्य काआनंद भी ले सकते हैं।
टिफिन टाॅप
टिफिन टॉप नैनीताल का प्रसिद्ध और पर्यटन स्थल है। यह नैनीताल से लगभग 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। अगर आप चाहे तो पैदल या वैसे भी वहां पर जा सकते हैं।टिफिन टॉप समुद्र तल से लगभग 2292 मीटर की ऊंचाई पर है। यह स्थान कुमाऊं की पहाड़ीयो से घिरा हुआ है।टिफिन टॉप चेर ,ओक और देवदार के पेड़ों से घिरा हुआ है।यह एक मजेदार पिकनिक स्पॉट है।जहां आप एडवेंचर प्रेमियों को जरूर जाना चाहिए।
सेंट जॉन चर्च
सेंट जॉन चर्च यह नैनीताल के जंगलों में स्थित है। इस चार्ज का निर्माण ब्रिटिश शासन काल में 1844 ईस्वी में हुआ था। इस चर्च की खिड़कियों पर रंगीन कांच पर नव गाँथिक शैली दिखती है।यह बहुत शांत जगह पर स्थित है। वाइल्डरनेस चर्च में सेंट जॉन नैनीताल मॉल रोड से सिर्फ 2 किलोमीटर की दूरी पर है।
इको केव गार्डन
कोक केव गार्डन नैनीताल में 6 छोटी गुफाओं वाली एक प्रसिद्ध जगह है। इसे इको केव गार्डन कहा जाता है। यह गुफाएं जानवरों के आकार जैसी बनाई गई है नैनीताल के मुख्य दर्शनीय स्थान में से एक युगों के गार्डन में हिमालयी वन जीवो के प्राकृतिक वास की झलक देखने को आपको मिलेगी। इस गुफाओं में टाइगर केव, पैंथर केव , बैट केव और फ्लाइंग फॉक्स के घूम सकते हैं।
राजभवन
राजभवन यह ब्रिटिश काल के समय उत्तर पश्चिमी प्रांत के गवर्नर के लिए बनवाया गया था। यह राजभवन आज उत्तराखंड के वर्तमान राज्यपाल का निवास स्थान है। बंकिंघम पहले से प्रेरित यह राजभवन गोथिक कला शैली में बनवाया गया है। इस राज भवन का निर्माण ब्रिटिश द्वारा 1899 ईस्वी में करवाया गया था।
भीमताल
भीमताल नैना झील से 24 किलोमीटर की दूरी पर रंग-बिरंगे वनस्पति से घिरा हुआ है भीमताल का नाम महाराष्ट्र के महान भीम पर रखा गया है। इस ताल के बीच एक छोटा सा द्वीप है जो की मुख्य आकर्षण का केंद्र है। सुंदरता से भरपूर स्थल में नौकायन करने के लिए जरूर जाएं।
स्नो व्यू पॉइंट
स्नो व्यू पॉइंट समुद्र तल से काफ़ी ऊंचाई पर स्थित है और नैनीताल के सबसे आकर्षक पर्यटन स्थलों में गिना जाता है। इस जगह से हिमालय का बहुत ही मनोरम दृश्य दिखाई देता है। स्नो व्यू पॉइंट पर दूरबीन की सुविधा है, जहां से आप हिमालय पर्वतमाला और उनकी जादुई चोटियों को करीब से देख सकते हैं। इस जगह पर ज़्यादातर लोग नंदा देवी, नंदा कोट और त्रिशूल जैसी बर्फ़ से चोटियों के नज़ारे देखने के लिए आते हैं। इस जगह से बर्फ से ढके हिमालय के पहाड़ बहुत ही ख़ूबसूरत नज़र आते हैं।