रामचरितमानस की इस चौपाई में छुपा है प्रभु दर्शन का रहस्य
हनुमानजी का प्रभु श्रीराम से मिलन और उनका रहस्य

ओम श्री गणेशाय नमः
गंगानाथ गायत्री ज्योतिष चैनल में आपका हार्दिक अभिनंदन
समस्त सनातन धर्म प्रेमी जनों का स्वागत है। आज हम रामचरितमानस की महत्त्वपूर्ण चौपाई के बारे में चर्चा करेंगे, जो हमारे जीवन की बाधाओं को दूर करने और प्रभु राम व हनुमान जी की कृपा पाने में सहायक है।
📿 महत्त्वपूर्ण चौपाई 📿
प्रेम तें प्रगट होहिं मैं जाना॥
देस काल दिसि बिदिसिहु माहीं।
कहहु सो कहाँ जहाँ प्रभु नाहीं॥
अर्थात, भगवान शिव माता पार्वती को यह समझा रहे हैं कि भगवान हर जगह समान रूप से व्याप्त हैं। प्रेम और विश्वास के साथ उनका स्मरण करने से वे प्रकट हो जाते हैं।
सिद्ध करने की विधि
- इस चौपाई को एक कागज पर लिखकर अपने मंदिर में रखें।
- हर दिन इस चौपाई का जप करें, ताकि यह आपको कंठस्थ हो जाए।
- प्रेम और दृढ़ विश्वास के साथ भगवान का स्मरण करें।
- शिवजी की कृपा और मानसिक शांति प्राप्त होगी।
💫 चौपाई का लाभ 💫
- जीवन की सभी बाधाएं दूर होंगी।
- मानसिक शांति और प्रभु का आशीर्वाद मिलेगा।
- प्रभु राम और हनुमान जी की कृपा से आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी।
रामचरितमानस की हर चौपाई या छंद कलियुग में अत्यंत प्रभावशाली हैं। इन्हें सरल विधि से सिद्ध कर आप अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं। प्रभु राम और हनुमान जी की कृपा सब पर बनी रहे।
रामचरितमानस की एक विशेष चौपाई में प्रभु श्रीराम के दर्शन का रहस्य छुपा हुआ है? इस वीडियो में हम आपको हनुमानजी के माध्यम से प्रभु श्रीराम के दर्शन की गहरी और अद्भुत चौपाई बताएंगे। यह चौपाई न केवल आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसमें जीवन के सच्चे उद्देश्य और भगवान के दर्शन के गूढ़ रहस्यों का भी उल्लेख है।
इस वीडियो में आप पाएंगे:
1. रामचरितमानस की चौपाई का गूढ़ अर्थ
2. हनुमानजी का प्रभु श्रीराम से मिलन और उनका रहस्य
3. बालकांड में छिपे आध्यात्मिक संदेश
4. प्रभु श्रीराम के दर्शन के लाभ और महिमा
यदि आप भी प्रभु श्रीराम की उपासना और रामचरितमानस के गहरे अर्थ को समझना चाहते हैं, तो इस वीडियो को अंत तक जरूर देखें। इस ज्ञान से आपके जीवन में निखार और शांति आएगी।