उत्तराखंड की धामी सरकार ने कांवड़ियों को रोकने के लिए किया ये बड़ा उपाय

उत्तराखंड सरकार ने कांवड़ यात्रा रद कर दी है. उत्तराखंड सरकार ने ये फैसला राज्य में कोविड की रोकथाम के लिए लिया हैऔर बाहरी राज्यों के लोग कोविड काल में यहां न आएं, ताकि यहां के लोगों में कोविड फैलने का खतरा कम रहे.

उत्तराखंड सरकार ने राज्य की सीमारेखा पर विभिन्न राज्यों से आने वाले कांवड़ियों को रोकने के लिए एक हजार से भी ज्यादा पुलिस कर्मियों की तैनाती की है. उत्तराखंड के सीमावर्ती जिलों सिकंदरपुर, मोरना, पुरकाजी और खान जिलों की सीमाओं पर अतिरिक्त पुलिस पिकेट लगाई है. पिछले साल की तरह इस साल भी उत्तराखंड सरकार ने कांवड़ यात्रा रद कर दी है. उत्तराखंड सरकार ने ये फैसला राज्य में कोविड की रोकथाम के लिए लिया है ताकि राज्य में कहीं भी भीड़ इकट्ठा ना हो सके और बाहरी राज्यों के लोग कोविड काल में यहां न आएं, ताकि यहां के लोगों में कोविड फैलने का खतरा कम रहे.

बेरीनाग पर्यावरण मित्रों की ने छठे दिन भी कार्य बहिष्कार किया

आपको बता दें कि इसके पहले उत्तराखंड के पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश ने भी कांवड़ यात्रा पर रोक लगा दी थी. उत्तर प्रदेश ने शुरूआत में सावन के कांवड़ कार्यक्रम को सीमित पैमाने पर आयोजित करने की योजना बनाई थी. बाद में सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने भी इसे रद्द कर दिया. शनिवार से श्रावण मास की शुरुआत हो गई है, यह कांवड़ यात्रा की शुरुआत का भी प्रतीक है. उत्तराखंड की पुलिस ने पहले ही ये बात स्पष्ट कर दी है कि वो यात्रा रद्द करने के राज्य सरकार के फैसले को लागू करने जा रहे हैं और कांवड़ियों को हरिद्वार में प्रवेश नहीं करने देंगे. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि, अकेले हरिद्वार में, कांवड़ियों की आवाजाही को रोकने के लिए अंतर-राज्यीय सीमा बिंदुओं पर 1,000 से अधिक पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है.

डीडीहाट नगर पालिका अध्यक्ष ने उठाया बाजार का कूड़ा

मीडिया से बातचीत करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि राज्य में इस बात की जागरुकता फैलाने के लिए कि उत्तराखंड सरकार ने कांवड़ यात्रा पर रोक लगाई है, प्रदेश में पहले से ही पर्चे बांटे जा रहे हैं और राज्य में चारों ओर पोस्टर बैनर लगाकर भी लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है. आपको बता दें कि कोविड की दूसरी लहर में देश में बहुत से लोगों की जान चली गई जिसे देखते हुए अब राज्य सरकारें इस बात को लेकर सतर्क हो गई हैं कि उनकी किसी भी लापरवाही जिससे कोविड बढ़ सकता है उससे सावधान रहें.

वहीं उत्तराखंड के रेलवे स्टेशनों पर भी इस बात की जागरुकता फैलाने के लिए उत्तर प्रदेश से हरिद्वार आने वाली ट्रेनों में पोस्टर और पर्चे बांटे जा रहे हैं. हरिद्वार में हर की पौड़ी घाट, जहां से कांवड़ियां हर साल पवित्र जल एकत्र करती हैं, को 6 अगस्त तक बैरिकेड्स के साथ तीर्थयात्रियों के लिए सील कर दिया गया है.

बेरीनाग: गुरु पूर्णिमा के मौके पर तपेश्वर मंदिर विशाल भंडारा

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!