हरिद्वार : गंगा दशहरा के मद्देनजर 19 जून से हरिद्वार बॉर्डर पर सिर्फ कोरोना निगेटिव रिपोर्ट वालों की मिलेगी एंट्री

हरिद्वार : प्रदेश में कोरोना वायरस के मामले जैसे जैसे कम हो रहे हैं, धर्मनगरी हरिद्वार की तरफ श्रद्धालुओं की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। 20 जून को गंगा दशहरा स्नान होना है। इसके मद्देनजर 19 जून की की सुबह से ही जिले के सभी बॉर्डर पर पुलिस का शख्त पहरा लगा दिया जाएगा। यह पहरा गंगा दशहरे वाले दिन तक यानी 20 जून की शाम 8 बजे तक रहेगा इस दौरान सिर्फ उन्हीं श्रद्धालुओं को ही हरिद्वार आने की अनुमति प्रदान की जाएगी जिनके पास 72 घंटे पूर्व की RT-PCR की निगेटिव रिपोर्ट होगी।इस दौरान My City Portal पर पंजीकरण कराने वाले श्रद्धालुओं को भी जिले में प्रवेश की अनुमति मिलेगी।

प्रदेश में कोरोना वायरस महामारी का प्रकोप कम हो रहा है। लेकिन इस बीच अब जिले में यात्रियों की संख्या अचानक से बढ़नी शुरू हो गई है। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान से भी यात्री हरिद्वार आ रहे हैं।

 गंगा घाट पर सुबह से शाम तक भीड़ देखी जा रही है। इसलिए जिले में 22 जून तक के लिए कोविड कर्फ़्यू को जारी रखा गया है।

 मालूम हो कि 20 जून को गंगा दशहरे का स्थान है। गंगा दशहरा स्नान के लिए श्रद्धालुओं का तांता आना शुरू हो गया है। लेकिन कोरोना वायरस के मद्देनजर जिले में सिर्फ उन्ही श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जाएगा जो कोविड के सभी नियम कायदे को पूरी करते हैं और जिनके पास कोरोना वायरस की निगेटिव रिपोर्ट होगी। 

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कोरोना वायरस के चलते गंगा दशहरे के अवसर पर सांकेतिक स्नान ही होगा। इस दौरान गंगा समिति पदाधिकारियों और पुरोहितों को ही गंगा स्नान की अनुमति दी जाएगी। इस दौरान हरकी पौड़ी पर स्नान के लिए प्रवेश व अनुमति नही दी जाएगी।

कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते बाहरी श्रद्धालु फिलहाल मंदिरों के दर्शन के लिए कम संख्या में आ रहे हैं। कनखल स्थित दक्षेश्वर महादेव मंदिर के महंत मंगलपुरी ने बताया है कि मंदिर में प्रवेश के दौरान भी सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करवाया जा रहा है। पवित्र शिवलिंग को छूने की अनुमति किसी को भी नहीं है। अभी तक मंदिर आने वाले लोगों में ज्यादातर आने वाले श्रद्धालुओं में स्थानीय लोग ही हैं।

कोरोना के संक्रमण कम होने से श्रद्धालुओं की संख्या धीरे-धीरे बढ़ने लगी है। अब हरकी पौड़ी पर सुबह से लेकर देर रात तक श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिलती है। लोग रात में भी गंगा किनारे अपने परिवार के साथ बैठकर सुकून भरा पल बिताते हैं। इस दौरान हरकी पौड़ी के निकट मोती बाजार, अपलोड और आसपास के बाजारों में चहल-पहल बढ़ रही है। हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं में सबसे अधिक संख्या हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, उत्तर प्रदेश के श्रद्धालुओं की है।

 फिलहाल जिले के बॉर्डर पर किसी भी प्रकार की रोक टोक तो नहीं है लेकिन यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है, ऐसे में निगरानी की आवश्यकता है। बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए my city portal पर पंजीकरण के साथ साथ 72 घंटे पूर्व की आरती पीसीआर निगेटिव रिपोर्ट को अनिवार्य कर दिया गया है। जिन लोगों के पास रिपोर्ट नहीं होगी, उन्हें जिले में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।

हरिद्वार के एसएसपी सेंथिल अवुदई कृष्णाराज एस ने बताया “19 जून की सुबह से जिले के सभी बॉर्डर पर सख्ती को बढ़ाने का आदेश जारी कर दिया गया है। जो यात्री आएंगे, उन्हें माई सिटी पोर्टल पर आवेदन करना होगा। इसके बाद ही उन्हें जिले में प्रवेश की अनुमति होगी। बॉर्डर पर ड्यूटी वाले सभी पुलिसकर्मियों के ड्यूटी का चार्ट भी तैयार कर दिया गया है।” 

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