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पत्नी ने चलाया अवैध संबंध,जीजा-साले ने की हत्या

पुलभट्टा थाना क्षेत्र के सिरौलीकलां में अवैध संबंध का शक होने पर जीजा-साले ने टुकटुक चालक की गला दबाकर हत्या कर दी और शव को बोरे में बंद कर यूपी के बहेड़ी क्षेत्र में फेंक दिया। जांच के दौरान पुलिस को दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। साथ ही पकड़े गये आरोपियों की निशानदेही से टुकटुक चालक का शव बरामद कर हत्याकांड का खुलासा किया।

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जानकारी के अनुसार, 27 दिसंबर को सिरौलीकलां थाना पुलभट्टा निवासी सूरज पाल ने अपने भतीजे मुरारी लाल के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज करायी थी। पुलभट्टा थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। इसी दौरान पुलिस को सूचना मिली लापता टुकटुक चालक मुरारी अपने दोस्त के जीजा भवानी प्रसाद उर्फ बंटी निवासी पंजाबी मोहल्ला किच्छा के साथ रिछा (बहेड़ी) धान लेने की बात कहकर गया है। जिसके बाद पुलिस ने भवानी प्रसाद उर्फ बंटी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो हत्याकांड का खुलासा हुआ। सोमवार को पुलिस कार्यालय में मुरारी हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने कहा मृतक मुरारी और धर्मेंद्र कुमार निवासी दीननगर थाना बहेड़ी जिला बरेली के साथ टुकटुक चलाते थे। विगत दिनों एक साथ शराब पीने के दौरान धर्मेंद्र ने मुरारी को उसकी पत्नी से फोन पर बात करते हुए देख लिया था।  और शव को बोरे में बंद कर तराई डाडी से दीननगर मार्ग बहेड़ी (यूपी) स्थित जंगल में दबा दिया था।

शक होने पर करता रहा मृतक का पीछा
हत्यारोपी धर्मेंद्र को शराब पीने के दौरान उसकी पत्नी और मुरारी के बीच अवैध संबंध होने का शक हुआ था। यही कारण था हत्याकांड को अंजाम देने से पहले वह कई दिनों तक मुरारी का पीछा करता रहा। इस दौरान उसे पता चला मृतक उसकी गैरमौजूदगी में उसके घर जाता था। उसने चोरी छिपे पत्नी का मोबाइल भी चेक किया था। जिसमें मृतक का मोबाइल नंबर मिलने के बाद ही उसने हत्याकांड को अंजाम देने का षड्यंत्र रचा था।

जीजा और साले ने रच दी थी हत्या की पटकथा
धर्मेंद्र ने अपनी पत्नी और मुरारी के बीच चल रहे अवैध संबंध पर जीजा भवानी से चर्चा की थी। जीजा के उकसाने के बाद जीजा-साले ने मुरारी की हत्याकांड की तारीख तय कर दी थी। 26 दिसंबर की सुबह धर्मेंद्र ने अपने जीजा को घर भेजा और मृतक को रिछा (बहेड़ी) जाने की बात कर साथ ले गया था। सुनियोजित साजिश के तहत सबसे पहले भवानी ने साले और मृतक के बीच मध्यस्थता करवाई।
बाद में शराब पार्टी का आयोजन किया। जैसे ही मुरारी को नशा हुआ दोनों ने रस्सी से उसका गला दबाकर हत्या कर दी और पैरों को मोड़कर गर्दन से रस्सी-मफलर बांधकर और शव को बोरे में बंद कर तराई डाडी से दीननगर मार्ग बहेड़ी (यूपी) स्थित गन्ने के खेत जंगल में दबा दिया था।

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