जानकारी के अनुसार जसपुर में कोतवाली चौराहे के पास रहने वाले दो भाई संजीव कुमार नाथ और अनुपम कुमार नाथ जसपुर के ही अपने दोस्त आकाश सिंह के साथ चार माह पहले काम की तलाश में रुद्रपुर आये थे।
यहां तीनों जयनगर स्थित रेस्टोरेंट में कारीगर का काम करने लगे। तीनों ,रेस्टोरेंट में बने एक कमरे में रहते थे। शनिवार रात करीब नौ बजे तीनों काम खत्म होने के बाद कमरे में चले गये थे, जबकि रेस्टोरेंट मालिक जगदीप सिंह और अन्य कर्मचारी अपने घर चले गये।
रविवार सुबह साढ़े सात बजे जगदीप सिंह रेस्टोरेंट पर पहुंचे तो शटर बंद देख हुए हैरान । उन्होंने संजीव, अनुपम और आकाश को फोन किया लेकिन उनमें से किसी ने भी फोन नहीं उठाया ।
आशंकित जगदीप ने दूसरे कर्मचारियों को बुलाया, दूसरे कर्मचारियों ने काफी देर तक दरवाजे खटखटाये, लेकिन भीतर से कोई जवाब नहीं मिला। खिड़की से झांकने पर भीतर तीनों बेसुध पड़े मिले। पास ही अंगीठी रखी थी, जिससे धुआं उठ रहा था।
रेस्टोरेंट मालिक और कर्मचारियों ने खिड़की तोडी ओर अंदर गए ओर दुकान का शटर खोला । तीनों बेसुध पड़े संजीव, अनुपम, आकाश को बाहर निकाला और जिला अस्पताल पहुंचाया। यहां डॉक्टरों ने 23 वर्षीय संजीव और 22 साल के आकाश को मृत घोषित कर दिया।
संजीव के छोटे भाई अनुपम को गंभीर हालत में हायर सेंटर रेफर कर दिया। साथियों ने उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुयी है।
संजीव और आकाश में थी गहरी दोस्ती
रेस्टोरेंट कर्मचारियों ने बताया कि पड़ोसी होने के कारण संजीव और आकाश की बचपन से गहरी दोस्ती थी। चार माह पहले वे दोनों और संजीव का छोटा भाई अनुपम रुद्रपुर आये थे।
यहां भी तीनों साथ ही रहते। बताया कि अन्य दिन आकाश दूसरे कमरे में रहता था, जबकि दोनों भाई संजीव और अनुपम एक कमरे में सोते थे। लेकिन शनिवार रात सर्दी ज़्यादा होने के कारण तीनों अंगीठी लगाकर एक ही कमरे में सो गये थे।