उत्तराखंड में सरकार द्वारा रिकवरी करने का मामला सामने आया है। एसीपी और स्टाफिंग पैटर्न का दोहरा लाभ लेने वाले लोगों से सरकार रिकवरी करेगी। बता दें कि इस मामले में 5000 कर्मचारी और 5000 पेंशनर्स से वसूली की जाएगी। इसमें वे लोग भी शामिल हैं जो रिटायर हो चुके हैं। इस वजह से करीब 500 पेंशनर्स की सेवा पुस्तिकाओं को पेंशन निदेशालय ने वापस विभाग को लौटा दिया है और साफ कहा गया है कि इन लोगों से पहले वसूली की जाएगी, उसके बाद ही पेंशन दी जाएगी।
बता दें कि रिकवरी के लिए फाइल आगे बढ़ा दी गई है। शासन ने वित्त विभाग का कहना है कि मिनिस्ट्रियल कर्मचारियों ने अपनी सेवा के दौरान स्टाफिंग पैटर्न और एसीपी का दोहरा वित्तीय लाभ लिया है। जिस वजह से उन्ही से उसकी रिकवरी की जाएगी।
बता दें कि जिन भी लोगों ने दोहरा लाभ लिया है उनसे वसूली के लिए आदेश वित्त विभाग की तरफ से पहले भी जारी किए गए थे। लेकिन अब जमीनी तक पर कर्मचारियों को इस तरह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सीधे तौर पर वे कर्मचारी ज्यादा परेशान हो रहे हैं जिनको अभी हाल में ही रिटायरमेंट मिला है। ऐसे में उनकी सेवा पुस्तिका को पेंशन निदेशालय नोट के साथ वापस कर रहा है।
प्रदेश के वित्त सचिव अमित नेगी ने कहा है कि वित्त विभाग के आदेश पहले ही जारी कर दिए गए थे। अब उस पर अमल होना शुरू हो गया है। जिन लोगों ने दोहरा लाभ लिया है उनसे ही वसूली की जाएगी।
शासन ने वार्ता के लिए बुलाया –
बता दें कि मिनिस्टीरियल कर्मचारी ने अनिश्चितकालीन आंदोलन की चेतावनी दी है। आंदोलन की चेतावनी के मद्देनजर बुधवार को शासन ने कर्मचारियों को वार्ता के लिए बुलाया है। फेडरेशन के अध्यक्ष सुनील कोठारी और महामंत्री पूर्णानंद नौटियाल ने कहा है कि सचिव वित्त सौजन्य अपने कर्मचारियों को वार्ता के लिए बुलाया है।
चार लाख को होगी वसूली –
बता दें कि जिन कर्मचारियों ने दोहरा लाभ लिया है उसने कुल करीब तीन से चार लाख की वसूली होनी है। इस में कार्यरत कर्मचारियों के साथ हाल में रिटायर होने वाले कर्मचारी भी शामिल है। सबसे अधिक परेशानी उन पेंशनर्स को हो रही है जो पिछले एक दो साल से रिटायर हुए हैं। अब उनको पैसा लौटाना काफी मुश्किल लग रहा है।