थल की मडुवा बेकरी ने पूरे प्रदेश में अपनी अलग पहचान बनाई

पहाड़ की महिलाओं को आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के साथ उनको आत्म निर्भर बनाने के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के द्वारा पहल की जा रही है। इस पहल से आज महिलाओं की आर्थिक स्थिति मजूबत होने के साथ महिलायें आत्म निर्भर भी भी हो रही है।यह मिशाल पेश की है थल में स्थित जयं मां भगवती स्वंय सहायत समूह से जुडी महिलाओं ने।

तीन वर्ष पूर्व जनपद की तत्कालीन सीडीओ वंदना ने थल की इस समूह की महिलाओं से मडुवा बेकरी कार्य शुरू करने को कहा।शुरूवाती दौर में  महिलाओं को कार्य करने में कुछ परेशानी आई।लेकिन अब आज स्वय सहायता समूह का वर्षभर लाखों का टर्न ओवर भी है। समूह से जुडी एक दर्जन महिलायें आज प्रतिदिन यहां पर 1200 पीस बिस्कुट बनाने के साथ ही उसको बाजार तक पहुंचाने का भी काम कर रही है।

जिले की पहली बेकरी ग्रोथ सेंटर यहां पर खुलने के बाद यहां पर मडुवे के बिस्कुट और केक भी बनाये जा रहे है। जिसकी वर्तमान में बाजार में डिमांड भी बड़ रही है। समूह की अध्यक्ष राखी बृजवाल ने बताया कि पिछले तीन वर्षो में समूह के द्वारा बहुत अच्छी आय होने के साथ ही समूह से जुड़ी महिलायें भी आत्मनिर्भर भी हो रही है।

क्षेत्र कई गांवों की महिलाओं को यहां पर प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। पूर्व में यहां पर जिला पंचायत अध्यक्ष दीपिका बोहरा,विधायक मीना गंगोला,ब्लाक प्रमुख विनीता बाफिला सहित कई अन्य समूह की महिलाओं को प्रोत्साहित भी किया जा चुका है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के द्वारा महिलाओं को विभिन्न मशीनों के साथ समय समय पर प्रशिक्षण सहित अन्य सामाग्री देते है। आज थल की मडुवा बेकरी ने पूरे प्रदेश में अपनी अगल पहचान बनाई है।

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जिला पंचायत अध्यक्ष दीपिका बोहरा ने बताया कि समूह के महिलाओं के द्वारा किया जा रहा कार्य सराहानीय होने के साथ इस तरह से कार्य से जिले के अन्य महिलाओं को भी जोड़ा जायेगा।

प्रधानमंत्री और सीएम से किया संवाद

थल बेकरी समूह की महिलाओं के कार्य से प्रभावित होकर देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पिछले सप्ताह सीएम पुष्कर धामी ने महिलाओं से वर्चुल संवाद कर उसके कार्यो की जानकारी लेने के साथ उनके कार्यो की सरहाना की। और सरकार से मदद का भरोसा दिलाया पूर्व समूह को जिले और प्रदेश में कई पुरस्कार से भी सम्मान भी किया जा चुका है।

मधुमेह रोगियों के रामबांण है मडुवा

पहाडी क्षेत्रों में उत्पादन होने वाले मडुबा अपने पोषक तत्वों और फोलिक एसिड के लिए प्रसिद्ध हे। मडुवे में फाइबर के साथ तमाम बिटामिन,फोलिक एसिड पाया जाता है।और इसमें चावल और गेंह से अधिक कैल्शियम और आयरन रहता है। प्रदेश में 1,07,175 हेक्टेयर में मडुवे की खेती होती है।

आत्म निर्भर महिला शक्ति अभियान से गांव की महिलाओं को जोड़ा जायेगा-दीपिका

थल में स्थित मडुवा बेकरी का विण विकास खंड की आस्था असहाय सहायता समूह,जय मोस्टा स्वयं सहायता समूह,आनंदी स्वयं सहायता समूह और महिला उत्थान समूह से जुड़ी महिलाओं को जिला पंचायत अध्यक्ष दीपिका बोहरा ने एक्सपोजर विजिट कराया। इस दौरान समूह की महिलाओं ने मडुवा बेकरी के बारिकियों के बारे में जानकारी लेने के साथ भविष्य में इस तरह का कार्य करने की बात कही। यहां पर एक्सपोजर विजिट बबीता बिष्ट और प्रियंका पांडे ने बताया कि लम्बे समय से समूह से कार्य कर रहे है लेकिन जो यहां पर कार्य किया जा रहा है जिससे महिलाओं का आर्थिक स्थिति भी मजूबत हो रही है।

अपने समूह मेंं इस कार्य को शुरू किया जायेगा। िएक्सपोजर विजिट के जिला पंचायत अध्यक्ष दीपिका बोहरा का आभार जताया और शीघ्र अपने यहां पर कार्य करने की बात कही। इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष दीपिका बोहरा ने कहा कि आत्म निर्भर महिला शक्ति अभियान से गांव की महिलाओं को जोड़ा जायेगा जिससे महिलाओं की आर्थिक स्थिति भी मजूबत हो सके और महिलायें  खुद आत्म निर्भर बन सके। महिलाओं के द्वारा मडुवें बकेरी के कार्य की सराहना करते हुए भविष्य में जिले के अन्य महिला समूहों को इस कार्य करने  की अपील की जायेगी और महिलाओं को मदद भी की जायेगी।

इस मौके पर जयं मां भगवती स्वंय सहायत समूह राखी बृजवाल,ब्लाक मिशन मैनेजर प्रेम बाफिला,समन्वयक जगदीश पांडे,पुष्कर मेहता, समूह की बबीता बिष्ट,चंदा बिष्ट,दीपा देवी,हेमा देवी,अनीता,प्रियंका पांडे,रमेश खत्री सहित आदि मौजूद थें

Arjun Rawat

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