देहरादून में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने नवरात्री के शुभ अवसर पर तीन महिलाओं को दायित्व से नवाजकर तोहफा दिया है। जानकारी के लिए बताया जा रहा है कि राज्य मे महिला आयोग के तीन महिला कार्यकर्ताओं को उनके दायित्व के साथ ही राज्य मंत्री का दर्जा भी दिया गया है।
उसके बाद तीन तलाक के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर आवाज उठाने वाली उत्तराखंड के काशीपुर की महिला सायरा बानो को महिला आयोग में उपाध्यक्ष बनाया गया।उसके साथ ही रानीखेत की ज्योति शाह को उपाध्यक्ष और चमोली की पुष्पा पासवान को उपाध्यक्ष बना दिया गया।जानकारी मिली है कि शायरा बानो ने कुछ दिन पहले ही भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी। बहुत दिनों से आयोग में उपाध्यक्ष के तीन पद खाली पड़े हुए थे।
सूत्रों के मुताबिक बताया जा रहा है कि सबसे पहले तीन तलाक मामले में कानूनी लड़ाई- लड़कर मिसाल पेश की थी।सायरा बानो उत्तराखंड के ऊधमसिंहनगर जिले की रहने वाली है। इसके साथ ही सायरा बानो 10 अक्टूबर को भाजपा में शामिल हुई है ।
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इस अवसर पर शायरा बानो ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा की अच्छी नीतियों से प्रेरित होकर वह भाजपा में शामिल हुई है। सायरा बानो ने कहा कि वह महिलाओं के लिए हमेशा से संघर्ष करती आई है, और आगे भी महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए निरंतर संघर्ष करती रहेंगी।
जानकारी के लिए आपको बता देगी सायरा बानो ने 23 फरवरी 2016 को उच्चतम न्यायालय में सबसे पहले तीन तलाक के खिलाफ याचिका दायर करवाई थी। इसके साथ ही सायरा बानो ने अपने आत्मविश्वास के साथ कानूनी लड़ाई लड़ी और जीत हासिल की थी।
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शायरा बानो के सियासत में आने की चर्चा सबसे पहले तब शुरू हुई थी।जब सायरा बानो ने आठ जुलाई 2018 को प्रदेश भाजपा के तत्कालीन अध्यक्ष अजय भट्ट से मिलकर भाजपा में शामिल होने की अपनी व्यक्त की थी। तब ये तय हुआ था कि वह दिल्ली में केंद्रीय नेताओं की मौजूदगी में भाजपा में शामिल होंगी, लेकिन ऐसा नही हुआ। सायरा बानो बहुत दिन तक इंतजार की उसके बाद देहरादून में भाजपा में शामिल हुई।
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