चर्चा में रहा मोबाइल
पिथौरागढ। जिला बाल कल्याण समिति के निर्देशानुसार जिला श्रम प्रवर्तन विभाग और जिला प्रोवेशन विभाग के संदर्भदाताओं ने जब बच्चों से मोबाइल में मौजूद तमाम तरह के वीडियोज, एप्स, सोशियल मीडिया, ह्वाटसैप, इस्टाग्राम आदि पर विचार विमर्श प्रारंभ किया तो बच्चों का उत्साह देखने लायक था। सभी बच्चों ने स्वीकार किया कि वह अधिकांश समय मोबाइल पर व्यतीत कर रहे हैं, माता, पिता या परिवारजनों से बहुत कम बात होती है। अधिकांश समय मोबाइल पर व्यतीत होता है। इस दौरान संदर्भदाताओं ने
इस समस्या पर बच्चों की वृहद काउंसलिंग के साथ मोबाइल के उपयोग और दुरुपयोग पर आवश्यक जानकारी दी गई। सुखद यह है कि स्कूल प्रबंधन भी अब इस दिशा में कार्य करेंगे।